Basis 公开
[search 0]
更多
Download the App!
show episodes
 
Loading …
show series
 
मुंशी प्रेमचंद जी की बहुत प्रसिद्ध कहानी है - ईदगाह। इस कहानी में ग्रामीण मुस्लिम जीवन का सुंदर चित्रण है। कहानी का मुख्य किरदार एक पाँच साल का लड़का हामिद है, जिसके माँ-बाप नहीं है। बस एक दादी है जो किसी तरह छोटा-मोटा काम करके अपने पोते का भरण-पोषण करती है। ईद के दिन हामिद को मेले में जाने के लिए दादी तीन पैसे देती है। भयंकर गरीबी, विषम परिस्थितिया…
  continue reading
 
ठाकुर बेनीमाधव सिंह के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा श्रीकंठ ग्रैजुएट है, नौकरी करता है। दूसरा लालबिहारी, जो कम पढ़ा-लिखा है, पहलवानी का शौक रखता है। छोटा परिवार है। इस सीधे-सादे देहाती गृहस्थ के घर में एक बड़े घर की बेटी, आनंदी, बहू बनकर आती है। वह अपने को इस घर के अनुकूल बना भी लेती है,... पर कुछ ऐसा होता है कि यह परिवार टूटने के कगार पर आ पहुँचता है... पर…
  continue reading
 
कहानी का मुख्य किरदार है दीनानाथ। बहुत दिनों तक बेकार रहने के बाद जैसे ही उसे नौकरी मिल जाती है, उसकी भगवान के प्रति श्रद्धा और भी बढ़ जाती है। एक दिन उसे एक गलत काम करना पड़ जाता है, जिसके कारण उसे भगवान के दंड का डर सताने लगता है। मन में चल रहा यह द्वंद्व उसे कहाँ ले जाता है ? - जानने के लिए सुनते हैं मुंशी प्रेमचंद जी की कहानी - बासी भात में ख़ुदा …
  continue reading
 
एक सैनिक की गरीब विधवा मूँगा, जो गाँव के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति द्वारा ठगी जाती है। पर गाँव की पंचायत भी उसे न्याय नहीं दे पाती। कोई भी व्यक्ति उसका साथ नहीं देता। वह बिलकुल ही अकेली पड़ जाती है। उसके साथ हुए विश्वासघात से वह पूरी तरह टूट चुकी थी। पर वह ज़िद्दी थी, अन्याय के ख़िलाफ़ अकेली डटी रही। फिर जो हुआ उसे आप स्वयं सुनिए, मुंशी प्रेमचंद जी की कहा…
  continue reading
 
शिवदास के दो बेटे थे। दोनों बेटों की शादी दो सगी बहनों से हुई - रामप्यारी और रामदुलारी। बड़ी बहू रामप्यारी का पति का देहांत हो जाता है। वह जवानी में विधवा हो जाती है। सास तो थी नहीं। ससुर शिवदास ने घर की जिम्मेदारी रामप्यारी को सौंप दी। प्यारी के घर की स्वामिनी बनने के बाद उसके जीवन में क्या-क्या मोड़ आए, कैसे उसने हालातों का सामना किया..? जानने के ल…
  continue reading
 
यह कहानी है बदक़िस्मत रग्घू की, उसकी सौतेली माँ की। यह कहानी है रग्घू की पत्नी मुलिया की, उसके हठ की। यह कहानी है सौतेले भाइयों की। यह कहानी है एक नेक इंसान के बदक़िस्मती की। यह कहानी है घर के बँटवारे की, अलग्योझे की। अचानक परिवार में आए उतार-चढ़ाव ने रग्घू की ज़िंदगी में भयंकर तूफ़ान खड़ा कर दिया। पर इस अलग्योझा के कारण जिंदगियों ने कुछ ऐसे करवट बदल…
  continue reading
 
यह कहानी है सुजान नामक एक किसान की, सुजान की खेती में कई साल से कंचन बरस रहा था। धन हाथ आते ही सुजान धर्म, सेवा और दान-पुण्य की ओर मुड़े। वह सुजान से सुजान भगत हो गए। पर बाद में उसकी पत्नी और बेटों को यह बात खटकने लगी। घर में उसके अधिकार छिने जाने लगे। सुजान को बहुत बुरा लगा। स्वाभिमानी सुजान ने कुछ ऐसा किया जिससे सारे हालात ही बदल गए। सुजान ने ऐसा …
  continue reading
 
पंडित चंद्रधर, जो अध्यापक थे, वे सदा पछताया करते थे कि यदि वे किसी अन्य विभाग में नौकर होते तो अब तक हाथ में चार पैसे होते। उनके दो पड़ोसी, एक दारोगा थे और एक तहसील में सियाहे नवीस थे, जिनका वेतन पंडित जी के वेतन से कुछ अधिक न था, फिर भी उनकी चैन से गुज़रती थी। नौकर-चाकर थे, ठाठ-बाट था। पर कुछ ऐसा होता है जिससे उन्हें अंत में ज्ञात होता है कि अध्याप…
  continue reading
 
यह कहानी एक राजकुमार की है, जिसको शिकार करने का शौक है। एक दिन वह अपने संगी-साथियों के साथ शिकार करने जंगल में जाता है। एक बड़े हिरन के पीछे-पीछे घोड़ा दौड़ाता हुआ राजकुमार अपने साथियों से बहुत दूर चला जाता है। हिरन का शिकार करता है। उसी समय एक हट्टा-कट्टा संन्यासी वहाँ आ पहुँचता है, और उसके बाद जो घटित होता है, वह बहुत ही अनपेक्षित होता है। ऐसा होता …
  continue reading
 
यह कहानी एक लड़की की है जो अद्वितीय रूप-सौंदर्य, धन-दौलत और संसार का सर्वोच्च सुख पाना चाहती है। वह देवी माँ के मंदिर में कठिन तपस्या करती है। बारह वर्ष की कठिन तपस्या के बाद देवी प्रसन्न होती है। क्या उसकी इच्छाएँ पूरी होती है? इच्छाएँ पूरी होने के बाद नवजीवन में क्या कुछ बदल जाता है? उसके जीवन में क्या परिवर्तन आता है? कौन-से मोड़ आते हैं? जानने के…
  continue reading
 
यह कहानी शंकर नामक एक गरीब किसान की है। एक दिन एक साधु-महात्मा उसके घर पधारे, जिनको शंकर ने सवा सेर गेहूँ विप्र जी से उधार लेकर भोजन कराया। इसके बाद शंकर की ज़िंदगी ने नया मोड़ लिया। क्या से क्या हो गया! सवा सेर गेहूँ ने तो जैसे शंकर की ज़िंदगी ही बदल डाली । ऐसा क्या हुआ..? आइए जानने के लिए सुनते हैं मुंशी प्रेमचंद जी की कहानी - सवा सेर गेहूँ ।…
  continue reading
 
गरीब और छोटा किसान रहमान किस तरह अपने हालात के आगे मजबूर होकर अपनी गाय बेचता है। फिर भी हालात क़ाबू में नहीं आते और उसे लाला दाऊदयाल से बार-बार कर्ज़ लेना पड़ता है। अब कर्ज़ का पहाड़ उसके सामने है, और कर्ज़ तो चुकाना है। दाऊदयाल पैसों के लिए तकाज़ा करते हैं,... पर... दाऊदयाल ने... फिर होता है कुछ ऐसा... जानने के लिए सुनिए मुंशी प्रेमचंद जी की लिखी कहानी…
  continue reading
 
यह कहानी एक बूढ़ी, विधवा गोंडिन की है, जिसका नाम भुनगी है, जो गाँव में भाड़ चलाकर दाना भूनकर अपना पेट पालती थी। इस गाँव में एक दबंग ज़मीदार भी है। विधवा बुढ़िया अपनी मेहनत का, रूखा-सूखा खाकर जीवनयापन कर रही थी। पर उसके साथ अन्याय होता है। बूढ़ा शरीर अन्याय के ख़िलाफ़ खड़ा होता है। पर... होता कुछ ऐसा है जिसे जानकर रूह काँप जाती है। आइए, भुनगी के जीवन में ऐस…
  continue reading
 
इस कहानी मुख्य किरदार एक घोड़ा है। मुंशी प्रेमचंद जी ने इस कहानी में दिखाया है कि मनुष्य की तरह पशु में भी अपने स्वत्व और हक़ के लिए लड़ने और उसकी रक्षा करने की भावना होती है, समझ होती है और संघर्ष करने की क्षमता भी होती है। कहानी के एक पात्र मीर साहब का घोड़ा अपने स्वत्व की रक्षा के लिए, अपने हक़ के लिए क्या-क्या करता है... क्या-क्या सहता है? और आख़िर…
  continue reading
 
मुंशी प्रेमचंद जी की बहुत ही प्रसिद्ध, बहुचर्चित एवं श्रेष्ठ कहानियों में से एक - सद्गति। One of the famous story of Munshi Premchand - Sadgati.由Sanjay Pimpale
  continue reading
 
हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद जी की कहानी - सज्जनता का दंड. The grate author Munshi Premchand's famous story - Sajjanta Ka Dand由Sanjay Pimpale
  continue reading
 
हिंदी के प्रसिद्ध कहानीकार मुंशी प्रेमचंद जी की कहानी - बाबाजी का भोग. The famous author of Hindi literature Munshi Premchand's Story - Babaji Ka Bhog.由Sanjay Pimpale
  continue reading
 
Loading …

快速参考指南

边探索边听这个节目
播放